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dosti shayari |
सुबह का हर पल ज़िंदगी दे आपको
दिन का हर लम्हा खुशी दे आपको
जहा गम की हवा छू कर भी न गुज़रे
खुदा वो जन्नत से ज़मीन दे आपको
छोटे से दिल में गम बहुत है,
जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं,
मार ही डालती कब की ये दुनियाँ हमें,
कम्बखत दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है.
इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है,
इश्क मेरी रुह, तो दोस्ती मेरा ईमान है,
इश्क पर तो फिदा करदु अपनी पुरी जिंदगी,
पर दोस्ती पर, मेरा इश्क भी कुर्बान है
रिश्तों की यह दुनिया है निराली,
सब रिश्तों से प्यारी है दोस्ती तुम्हारी,
मंज़ूर है आँसू भी आखो में हमारी,
अगर आजाये मुस्कान होंठ पे तुम्हारी।
सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है,
आँख खुलते ही आपकी याद आती है,
खुशियों के फूल हो आपके आँचल में,
ये मेरे होंठों पे पहली फ़रियाद होती है।
नफरत को हम प्यार देते है .....
प्यार पे खुशियाँ वार देते है ...
बहुत सोच समझकर हमसे कोई वादा करना..
" ऐ दोस्त " हम वादे पर जिदंगी गुजार देते है
फूल बनकर मुस्कुराना जिन्दगी है,
मुस्कुरा के गम भूलाना जिन्दगी है,
मिलकर लोग खुश होते है तो क्या हुआ,
बिना मिले दोस्ती निभाना भी जिन्दगी है
साहिल पर खड़े-खड़े हमने शाम कर दी,
अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी,
ये भी न सोचा कैसे गुज़रेगी ज़िंदगी,
बिना सोचे-समझे हर ख़ुशी आपके नाम कर दी।
दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है,
दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है,
रूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेना,
क्योकि दोस्ती जरा सी नादान होती है...!!!
दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है,
दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है,
रूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेना,
क्योकी दोस्ती जरा सी नादान होती है
दोस्ती का रिश्ता दो अंजानो को जोड देता है,
हर कदम पर जिन्दगी को नया मोड देता है,
सच्चा दोस्त साथ देता है तब...
जब अपना साया भी साथ छोड देता है.
गुनाह करके सज़ा से डरते हैं,
जहर पी के दवा से डरते हैं,
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं,
हम तो दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं
दोस्तों की कमी को पहचानते है हम,
दुनियाँ के गमों को भी जानते है हम,
आप जैसे दोस्तों के ही सहारे..
आज भी हँस कर जीना जानते है हम
एक हसीन पल की जरूरत है हमें,
बीते हुए कल की जरूरत है हमें,
सारा जहाँ रूठ गया हमसे..
जो कभी ना रूठे ऐसे दोस्त की जरूरत है हमें
कुछ सालों बाद ना जाने क्या होगा,
ना जाने कौन दोस्त कहाँ होगा...
फिर मिलना हुआ तो मिलेगे यादों में,
जैसे सूखे हुए गुलाब मिले किताबों में.
क्युँ मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त,
क्युँ गम को बांट लेते है दोस्त,
ना रिश्ता खून का ना रिवाज से बंधा,
फिर भी जिन्दगी भर साथ देते हैं दोस्त
दिल टूटना सजा है महोब्बत की,
दिल जोडना अदा है दोस्ती की,
माँगे जो कुर्बानी वो है महोब्बत,
जो बिन माँगे हो जाऐ कुर्बान...
...वो है दोस्ती हमारी
दिल में तुम्हारे अपनी कमी छोड जाऐंगे,
आँखों में इंतज़ार की लकीर छोड जाऐंगे,
याद रखना मुझे ढूँढते फिरोगे एक दिन,
जिन्दगी में देस्ती की कहानी छोड जाऐंगे.
दोस्ती नज़रों से हो तो उसे कुदरत कहते हैं,
सितारों से हो तो उसे जन्नत रहते है,
हुसन से हो तो उसे महोब्बत कहते है,
और दोस्ती आप जैसे दोस्त से हो तो उसे किस्मत कहते है,
नहीं बन जाता कोई अपना
यूँ ही दिल लगाने से,
करनी पड़ती है दुआ,
...सच्ता दोस्त पाने के लिए रब से,
रखना संभालकर ये याराना अपना,
टूट ना जाए ये किसी के बहकाने से
हर एक मोड पे हम गिरते थे किसी ने भी ना हमको उठाया था,
तब तूने ही सनम एक उमीद का दिया जलाया था,
अपने हर एक गम को छुपाकर मुझे जीना सिखाया था
और कभी तुझे ना भूलने का इरादा करते हैं,
मेरा रब मेरी नहीं किसी और की तो सुन ही लेगा ना,
ये सोच कर हर इक से तेरे लिए दुआ करवाया करते हैं
ये दोस्ती चिराग है जलाऐ रखना
ये दोस्ती खुशबु है महकाऐ रखना,
हम रहें हमेशां आपके दिल में,
हमेशां इतनी जगह बनाऐ रखना
दोस्त जो है साथ फिर डर किस बात का है भला..
कभी कभी बस आप जुदा हो जाते हैं..
हमारे दिल में बस दर्द इस बात का हैं
वो मुझे चाहे मिल ही जाऐ जरूरी तो नहीं,
ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसो में,
वो सामने हो मेरी आँखो के जरूरी तो नहीं
क्या नशा है इश्क आज तक समझ ना पाये हम,
उन नशीली आँखों में कहीं हो ना जाऐं गुम,
युँ तो इश्क समझ नहीं आता ना जाने क्या बला थी ये,
कि जुदा होने पे उनकी ये आँखे हो गई है नम..
मंजिलों से अपनी दूर ना जाना..
रास्ते की परेशानियों से टूट ना जाना..
जब भी जरूरत हो जिन्दगी में किसी अपने की..
हम अपने हैं ये भूल ना जाना
तेरे गम को अपनी रूह में उतार लूँ..
जिन्दगी तेरी चाहत में सवार लूँ..
मुलाकात हो तुझ से कुछ इस तरह..
तमाम उमर बस इक मुलाकात में गुजार लूँ
वो कहते हैं दिल पे भरोसा इतना नहीं करते,
हम कहते हैं महोब्बत में सोचा नहीं करते,
वो कहते हैं नज़रों से दूर पर दिल के पास हुँ,
हमने कहा सपनो से दिल को बहलाया नहीं करते
कोई रिश्ता नया या पुराना नहीं होता,
जिन्दगी का हर पल सुहाना कितना होता,
जुदा होना तो किस्मत की बात है..
पर जुदाई का मतलब भूलाना नहीं होता
वफा के बदले बेवफाई ना दिया करो..
मेरी उमीद ठुकरा कर इन्कार ना किया करो..
तेरी महोब्त में हम सब कुछ खो बैठे..
जान चली जायेगी इम्तिहान ना लिया करो
तारों में अकेले चाँद जगमगाता है,
मुश्किलों में अकेला इन्सान डगमगाता है,
काँटों से मत घबराना मेरे दोस्त,
क्योंकि काँटों में ही एक गुलाब मुस्कुराता है
हर सपना खुशी का पूरा नहीं होता,
कोई किसी के बिना अधुरा नहीं होता,
जो रोशन करता है सब रातों को,
वो चाँद भी तो हर बार पूरा नहीं होता
अपनी खुशीयां लुटा कर उस पे कुर्बान हो जाऊँ,
काश कुछ दिन उसके शहर में महमान हो जाऊँ,
वो अपना नायाब दिल मुझ को दे दें
और फिर वापस माँगे
मै मुक्कर जाऊँ और बेईमान हो जाऊँ
ना जाने क्यों वो हमसे मुस्कुरा के मिलते हैं,
अन्दर के सारे गम छुपा के मिलते हैं,
जानते हैं आँखे सच बोल जाती हैं,
शायद इसी लिए वो नज़र झुका के मिलतें हैं ...
क्युँ इक पल भी तुम बिन रहा नही जाता,
तुम्हारा एक दर्द भी मुझसे सहा नही जाता,
क्युँ इतना प्यार दिया है तुमने,
की तुम बिन मुझ से जिया नही जाता..।
कैसे बयां करू अलफाज़ नहीं हैं,
दर्द का मेरे तुझे ऐहसास नही है,
पुछते हो मुझसे क्या दर्द है.?
मुझे दर्द ये ही की तु मेरे पास नही है
चाँदनी रातों में कुछ भीगे ख्यालों की तरह,
मैने चाहा है तुम्हें दिन के उजालों की तरह,
गुजरे थे जो कुछ लम्हें तुम्हारे साथ,
मेरी यादों में चमकते हैं वो सितारों की तरह
मुबारक हो आपको ये सुहानी रात,
सपनो में होगी हमारी आपसे मुलाकात..
युँ तो बहुत कुछ है कहने को लेकिन,
सोचते है जब आप सामने आओगे तो क्या करेंगे बात
मिलने आऐंगे आपसे खवाबो में,
ज़रा रोशनी के दीये बुझा दीजीऐ..
आब ओर नहीं होता इंतजार आपसे मुलाकात का,
आपनी आँखों के पर्दे ज़रा गिरा दीजीऐ
नैनो मे बसे है ज़रा याद रखना,
अगर काम पड़े तो याद करना,
मुझे तो आदत है आपको याद करने की,
अगर हिचकी आए तो माफ़ करना.....
एक मुलाक़ात करो हमसे इनायत समझकर,
हर चीज़ का हिसाब देंगे क़यामत समझकर,
मेरी दोस्ती पे कभी शक ना करना,
हम दोस्ती भी करते है इबादत समझकर.
दस्तूर-ऐ-वफा हम इस तरहा निभाऐंगे...
तुम रोज खफा होना, हम रोज मनाऐंगे..
तेरी दोस्ती का सिला हम इस तरहा चुकाऐंगे..
शादी हो तेरी और दुल्हन हम ले जाऐंगे..
मुस्कुरा के गम भुलाना जिन्दगी है...
मिलकर लोग खुश होते हैं तो क्या हुआ..
बिना मिले दोस्ती निभाना भी जिन्दगी है...
सवाल तेरे मेरे दर्मियान बाकी है...
नही अभी तो नही खत्म ज़िन्दगी होगी,
अभी तो मेरे कई इम्तिहान बाकी है !
सुबूत इसके सिवा दोस्ती का क्या दूँ मै,
अभी तो चोट के गहरे निशान बाकी है !
जो एक आसमाँ टूट भी गया है तो क्या,
अभी तो सर पे कई आसमान बाकी है!!!!
तनहा जब दिल होगा, आपको आवाज दिया करेंगे..
रात को सितारों से आपका ज़िकर किया करेंगें...
आप आऐं या ना आऐं हमारे ख्वाबो में...
हम बस आपका इंतज़ार किया करेंगे..
सोचा की दोस्त आपको युँ ही भूल जाऐगा...
ये तो आदत है हमारी सताने की...
वरना इतना प्यारा दोस्त कौन भूला पाऐगा...
निगाहें बदल गयी अपने और बेगाने की,
तू न छोड़ना दोस्ती का हाथ, वरना
तम्मना मिट जायेगी कभी दोस्त बनाने की ||
हम दोस्त बनाकर किसी को रुलाते नही..
दिल में बसाकर किसी को भुलाते नही..
हम तो दोस्त के लिए जान भी दे सकते हैं...
पर लोग सोचते हैं की हम दोस्ती निभाते नहीं...
जिन्दगी आप बिन उलफत सी लगती है..
एक पल की जुदाई मुदत सी लगती है..
पहले तो ऐहसास था पर अब यकीन है..
हर लम्हा आपकी जरूरत सी लगती है...
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